अजगर करै न चाकरी, पक्षी करै न काज, दास मलूका कह गए, सबके दाता राम...। बचपन में अक्सर यह कहावत सुनता था। जब इसका अर्थ समझने के काबिल हुआ तो पता चला कि भले ही काम करो या न करो...सबका पालनहार ईश्वर है। अभी कुछ दिन पहले मेरे मन में जिज्ञासा उठी कि दुनिया के आलसियों की सूची में हम कहां आते हैं। मैंने झट से इंटरनेट खंगालना शुरू कर दिया। अचानक मेरे हाथ दुनिया के टॉप 20 आलसी देशों की सूची लगी। मैंने उत्सुकतावश उसे खंगालना शुरू किया। एक दो तीन..चार ...दस फिर 20। गजब, इस सूची में तो हमारा देश था ही नहीं। मुझे बड़ी खुशी हुई। यार, कम से कम पहली बार ऐसी सूची दिखी जिसमें भारत को नीचा नहीं दिखाया गया। मैं आपको बता दूं...यह सूची विश्व की जानी-मानी पत्रिका ने तैयार की है। आपको बता दूं कि दुनिया का सबसे महानतम आलसी देश यूरोपीय महाद्वीपका छोटा सा विकसित द्वीप माल्टा है। यहां रहने वाले 71.6 फीसदी लोग इनएक्टिव यानी आलसी माने गए हैं। सूची में दूसरे स्थान पर स्वाजीलैंड हैं। यहां रहने वाले 69 फीसदी लोग इनएक्टिव हैं। इसी तरह सर्बिया 68.3, अर्जेटीना 68.3, माइक्रोनेशिया 66.3 यूके 63.3, और मलेशिया 61.4 फीसदी इनएक्टिव है। सबसे ज्यादा आश्चर्य मुझे जापान का नाम इस सूची में देखकर हुआ। मैं तो समझता था कि ये देश काफी एक्टिव है। मुझे पता चला कि इस सूची में जापान 60.2 फीसदी इनएक्टिव लोगों के साथ 11वें स्थान पर विराजमान है। अब मेरी अवधारणा बदल चुकी है। डोमिनिक रिपब्लिक 60, नीमिबिया 58.5, तुर्की 56, साइप्रस 55.4, इटली 54.7, आयरलैंड 53.2, साउथ अफ्रीका 52.4, भूटान में 52.3 फीसदी समेत तीन-चार अन्य देशों के नाम इस सूची में हैं। इस सूची में भारत कहीं पर नहीं है।
Tuesday, 15 December 2015
इन देशों में रहते हैं दुनिया के महान आलसी...
अजगर करै न चाकरी, पक्षी करै न काज, दास मलूका कह गए, सबके दाता राम...। बचपन में अक्सर यह कहावत सुनता था। जब इसका अर्थ समझने के काबिल हुआ तो पता चला कि भले ही काम करो या न करो...सबका पालनहार ईश्वर है। अभी कुछ दिन पहले मेरे मन में जिज्ञासा उठी कि दुनिया के आलसियों की सूची में हम कहां आते हैं। मैंने झट से इंटरनेट खंगालना शुरू कर दिया। अचानक मेरे हाथ दुनिया के टॉप 20 आलसी देशों की सूची लगी। मैंने उत्सुकतावश उसे खंगालना शुरू किया। एक दो तीन..चार ...दस फिर 20। गजब, इस सूची में तो हमारा देश था ही नहीं। मुझे बड़ी खुशी हुई। यार, कम से कम पहली बार ऐसी सूची दिखी जिसमें भारत को नीचा नहीं दिखाया गया। मैं आपको बता दूं...यह सूची विश्व की जानी-मानी पत्रिका ने तैयार की है। आपको बता दूं कि दुनिया का सबसे महानतम आलसी देश यूरोपीय महाद्वीपका छोटा सा विकसित द्वीप माल्टा है। यहां रहने वाले 71.6 फीसदी लोग इनएक्टिव यानी आलसी माने गए हैं। सूची में दूसरे स्थान पर स्वाजीलैंड हैं। यहां रहने वाले 69 फीसदी लोग इनएक्टिव हैं। इसी तरह सर्बिया 68.3, अर्जेटीना 68.3, माइक्रोनेशिया 66.3 यूके 63.3, और मलेशिया 61.4 फीसदी इनएक्टिव है। सबसे ज्यादा आश्चर्य मुझे जापान का नाम इस सूची में देखकर हुआ। मैं तो समझता था कि ये देश काफी एक्टिव है। मुझे पता चला कि इस सूची में जापान 60.2 फीसदी इनएक्टिव लोगों के साथ 11वें स्थान पर विराजमान है। अब मेरी अवधारणा बदल चुकी है। डोमिनिक रिपब्लिक 60, नीमिबिया 58.5, तुर्की 56, साइप्रस 55.4, इटली 54.7, आयरलैंड 53.2, साउथ अफ्रीका 52.4, भूटान में 52.3 फीसदी समेत तीन-चार अन्य देशों के नाम इस सूची में हैं। इस सूची में भारत कहीं पर नहीं है।
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