Friday, 25 December 2015

एक रुपए में साधना ने की थी पहली फिल्म



 
मशहूर अभिनेत्री साधना शिवदासानी का निधन शुक्रवार को मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में हो गया। वह ट्यूमर के कैंसर से पीड़ित थी। साधना का जन्म दो सितंबर 1941 में पाकिस्तान के सिंध में हुआ था। उनके पिता हरी शिवदासानी ने साधना का नामकरण अपनी पसंदीदा अभिनेत्री साधोना बोस के नाम पर किया था। आठ साल तक साधना की पढ़ाई-लिखाई घर पर ही हुई। 15 साल की उम्र में उनकी खोज कुछ फिल्म निर्माताओं ने कर ली थी। उन्हें 1960 में भारत की पहली सिंधी फिल्म अबाणा में काम मिला। उस फिल्म में साधना ने अभिनेत्री की छोटी बहन का किरदार निभाया। इसके लिए उन्हें टोकन के रूप में एक रुपए मिला था। यह फिल्म काफी हिट हुई और फिल्मी पत्रिकाओं में साधना का अभिनय सुखिर्यों में छा गया। उस दौर के जाने-माने फिल्म निर्माता सुबोध मुखर्जी की नजर उन पर पड़ी तो उन्होंने झट से उन्हें अपनी फिल्म लव इन शिमला (1959) में उन्हें मुख्य किरदार दे दिया। उनके साथ अभिनेता थे सुबोध के बेटे ज्वाय मुखर्जी। यह फिल्म उस दौर में काफी हिट हो गई। साधना रातों-रात बड़ी अभिनेत्री बन गई। कहा जाता है कि 1960 के दौर में वह सबसे बड़ी अभिनेत्री थी। मेरे महबूब, हम दोनो और असली नकली जैसी फिल्मों ने उन्हें रातोंरात बड़ा स्टार बना दिया। साधना को उनके सशक्त अभिनय के लिए दो बार फिल्म फेयर अवार्ड भी मिला था।

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