Wednesday 16 December 2015

इन दो फिल्मों ने दिलीप कुमार को बनाया ट्रेजिडी किंग




हाल में ही पद्म विभूषण से सम्मानित किए गए ट्रेजिडी किंग दिलीप कुमार (मो. युसुफ खान) की अदाकारी का लोहा पूरा देश मानता है। पेशावर (अब पाकिस्तान) में जन्मे दिलीप कुमार के पिता मुंबई में आ बसे थे। उनकी पहली फिल्म थी ज्वार भाटा। जो सन 1944 में आई थी। वह 1949 में फिल्म अंदाज से चर्चा में आए। इस फिल्म में उन्होंने राजकुमार के साथ काम किया था। 1951 में फिल्म दीदार और 1955 में आई फिल्म देवदास में उनके दुखद किरदार ने जनता का दिल जीत लिया। पूरे देश में उनके अभिनय की तारीफ होने लगी। इन दो फिल्मों में अपने दुखद अभिनय के कारण ही उन्हें ट्रेजिडी किंग का खिताब दिया गया। यह माना गया कि दिलीप कुमार ने जैसा अभिनय इन फिल्मों में किया है वैसा अभिनय किसी अभिनेता के वश की बात नहीं है। ऐसा अभिनय विरला अभिनेता ही कर सकता है। 1960 में आई उनकी फिल्म मुगल-ए-आजम में जहांगीर का किरदार उन्होंने बखूबी निभाया। 2004 में इस फिल्म का रंगीन संस्करण आया। 1960 में गंगा-जमुना फिल्म में भी उनका अभिनय सराहा गया।  विधाता (1982), दुनिया (1984), कर्मा (1986), इज्जतदार (1990) और सौदागर (1991)। 1998 मे बनी फिल्म किला उनकी आखरी फिल्म थी।

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